
भारतीय पत्रकारिता जगत से एक बेहद ऐतिहासिक और महत्वपूर्ण खबर सामने आई है। वरिष्ठ पत्रकार संगीता बरुआ पिशारोती को प्रेस क्लब ऑफ इंडिया का अध्यक्ष चुना गया है। 68 साल पुराने इस प्रतिष्ठित संस्थान के इतिहास में वह पहली महिला हैं, जिन्हें यह शीर्ष पद मिला है।
यह जीत मीडिया में लैंगिक प्रतिनिधित्व की दिशा में एक बड़ा मील का पत्थर है, जो दशकों से पुरुष नेतृत्व वाली इस प्रभावशाली संस्था के लिए निर्णायक बदलाव का संकेत देती है।
अभूतपूर्व जीत और क्षेत्रीय प्रतिनिधित्व
असम से ताल्लुक रखने वाली संगीता बरुआ पिशारोती ने यह चुनाव भारी अंतर से जीता है। उन्होंने अपने निकटतम प्रतिद्वंद्वी अतुल मिश्रा को बड़े अंतर से हराया, जिससे यह स्पष्ट होता है कि उन्हें पीसीआई सदस्यों का जबरदस्त समर्थन प्राप्त है।
- दोहरी उपलब्धि: वह न केवल पीसीआई का नेतृत्व करने वाली पहली महिला हैं, बल्कि उत्तर-पूर्वी भारत से चुनी जाने वाली भी पहली पत्रकार हैं।
- पहचान: वह अपनी तेज अंतर्दृष्टि, ईमानदारी और हाशिये पर पड़े समुदायों को प्रभावित करने वाले सामाजिक-राजनीतिक मुद्दों पर गहन रिपोर्टिंग के लिए जानी जाती हैं।
प्रेस क्लब को मजबूत बनाने का संकल्प
जीत पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए, संगीता बरुआ पिशारोती ने अपने सहयोगियों को विश्वास दिखाने के लिए धन्यवाद दिया। उन्होंने कहा कि वह प्रेस क्लब को एक समावेशी, स्वतंत्र और एकजुट मंच के रूप में मजबूत करने के लिए काम करेंगी। उन्होंने प्रेस की स्वतंत्रता, पेशेवर एकजुटता और विभिन्न क्षेत्रों की विविध आवाज़ों के प्रतिनिधित्व को सुनिश्चित करने पर जोर दिया।
अन्य पदाधिकारियों का चुनाव
इसी चुनाव में अन्य महत्वपूर्ण पदों के लिए भी चुनाव हुए:
- उपाध्यक्ष (Vice-President): जतिन गांधी
- महासचिव (Secretary General): अफजल इमाम
- संयुक्त सचिव (Joint Secretary): पी. आर. सुनील कुमार (निर्विरोध)
- कोषाध्यक्ष (Treasurer): अदिति राजपूत (निर्विरोध)

गौरतलब है कि संगीता बरुआ पिशारोती पहले पीसीआई की प्रबंध समिति की उपाध्यक्ष के रूप में भी कार्य कर चुकी हैं।
यह जीत भारतीय पत्रकारिता के लिए एक प्रेरणादायक क्षण है, जो दशकों के पुरुष वर्चस्व को तोड़कर नेतृत्व में महिलाओं की बढ़ती भूमिका को स्थापित करती है।