
नई दिल्ली में एक महत्वपूर्ण भू-राजनीतिक (geo-political) और मीडिया घटनाक्रम के तहत, रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने शुक्रवार को रूस के सरकारी वित्त पोषित टेलीविजन नेटवर्क ‘आरटी’ (RT – Russia Today) के भारतीय डिवीजन ‘आरटी इंडिया’ का औपचारिक रूप से उद्घाटन किया। इस लॉन्च को पश्चिमी प्रतिबंधों को खुली चुनौती और एक बहुध्रुवीय विश्व (multipolar world) में भारत-रूस संबंधों को मजबूत करने के प्रयास के रूप में देखा जा रहा है।
भारत-रूस संबंधों को मजबूती देना मुख्य उद्देश्य
एक आधिकारिक बयान के अनुसार, ‘आरटी इंडिया’ का प्राथमिक उद्देश्य चार दैनिक अंग्रेजी समाचार कार्यक्रमों के माध्यम से भारत-रूस संबंधों को मजबूत करना है, साथ ही एक तेजी से बहुध्रुवीय दुनिया में दोनों देशों के बढ़ते प्रभाव को उजागर करना है।
इस पहल को भारत सरकार की भी सहमति मिली है, और आवश्यक सरकारी विभागों से मंजूरी आसानी से प्राप्त हो गई है।
PTI और TASS के बीच समझौता
रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन की भारत यात्रा के दौरान, भारत मंडपम में आयोजित भारत-रूस बिजनेस फोरम के मौके पर एक महत्वपूर्ण समझौता भी हुआ:
- PTI और TASS: भारत की प्रेस ट्रस्ट ऑफ इंडिया (PTI) और रूसी समाचार एजेंसी TASS ने भारत और रूस के घटनाक्रमों पर समाचार सामग्री के नियमित आदान-प्रदान के लिए एक सहयोग समझौते पर हस्ताक्षर किए।
- पारदर्शिता और मित्रता: TASS के महानिदेशक आंद्रे कोंड्राशोव ने कहा कि यह समझौता दोनों देशों के बीच दोस्ती और आपसी समझ को मजबूत करने की दिशा में एक और महत्वपूर्ण कदम है, जो समाचार आदान-प्रदान को अधिक कुशल, विविध और पारदर्शी बनाएगा।
सबसे बड़ा विदेशी मीडिया हब और ‘एंटी-वेस्टर्न’ टैगलाइन
‘आरटी इंडिया’ का यह कदम कई मायनों में महत्वपूर्ण है:
- सबसे बड़ा विदेशी पहल: नोएडा के फिल्म सिटी में अस्थायी स्टूडियो से शुरू होकर, अत्याधुनिक स्टूडियो और सौ से अधिक कर्मचारियों के साथ, यह आरटी नेटवर्क की विदेशी धरती पर सबसे बड़ी पहल होने की संभावना है।
- टैगलाइन का महत्व: पश्चिमी देशों में प्रतिबंधित होने के बावजूद, ‘आरटी इंडिया’ ‘नॉट एंटी-वेस्टर्न… जस्ट नॉट वेस्टर्न’ टैगलाइन के साथ मैदान में उतर रहा है, जिसे राजनयिक विश्लेषक अंतर्राष्ट्रीय संबंधों के संदर्भ में काफी महत्वपूर्ण मान रहे हैं।
यह लॉन्च स्पष्ट रूप से दिखाता है कि भारत अब वैश्विक मीडिया परिदृश्य में एक महत्वपूर्ण केंद्र बन गया है, जहाँ विभिन्न राष्ट्र अपनी बात सीधे जनता तक पहुँचाने की कोशिश कर रहे हैं।