क्या सुपरबग्स बन सकते हैं अगली वैश्विक महामारी? जानिए कितने खतरनाक हो सकते हैं ये जर्म्स

कोरोना के बाद अब एक नई स्वास्थ्य चुनौती दुनिया के सामने खड़ी हो रही है – सुपरबग्स। ये ऐसे खतरनाक जर्म्स हैं, जो एंटीबायोटिक्स और एंटीमाइक्रोबियल ड्रग्स के खिलाफ प्रतिरोधी बन चुके हैं, जिससे इनका इलाज मुश्किल हो जाता है। वैज्ञानिक और स्वास्थ्य संगठन सुपरबग्स को भविष्य की संभावित महामारी के रूप में देख रहे हैं।

सुपरबग्स क्या हैं?

सुपरबग्स वे बैक्टीरिया, वायरस या फंगस होते हैं जो सामान्य दवाओं के प्रति प्रतिरोधी हो जाते हैं। यानी इन पर एंटीबायोटिक्स या एंटीमाइक्रोबियल दवाओं का असर नहीं होता। इसका मतलब है कि संक्रमण का इलाज करना और कठिन हो जाता है, जिससे बीमारी गंभीर रूप ले सकती है।

सुपरबग्स कितने खतरनाक हो सकते हैं?

सुपरबग्स का खतरा बेहद गंभीर है। सेंटर्स फॉर डिजीज कंट्रोल एंड प्रिवेंशन (CDC) की रिपोर्ट के अनुसार, अमेरिका में हर साल 28 लाख से ज्यादा लोग सुपरबग्स से संक्रमित होते हैं, जिनमें से 35,000 से अधिक की मौत हो जाती है। लैंसेट की एक स्टडी के मुताबिक, अगर सुपरबग्स पर काबू नहीं पाया गया तो 2050 तक 40 मिलियन लोगों की जान जा सकती है।

सुपरबग्स का बढ़ता खतरा

सुपरबग्स के बढ़ने का मुख्य कारण एंटीबायोटिक दवाओं का अत्यधिक और गलत इस्तेमाल है। मनुष्यों के साथ ही पशु पालन में भी इन दवाओं का अनुचित प्रयोग किया जा रहा है। इसके अलावा, गंदगी में रहने, गलत खानपान और सेल्फ मेडिकेशन जैसे कारण भी सुपरबग्स के प्रसार को बढ़ा रहे हैं।

सुपरबग्स से कौन-कौन सी बीमारियां हो सकती हैं?

सुपरबग्स से निम्नलिखित बीमारियों के इलाज में कठिनाइयाँ आ सकती हैं:

  1. निमोनिया और टीबी जैसे संक्रमण।
  2. सर्जरी के बाद संक्रमण, जिनका इलाज एंटीबायोटिक्स से नहीं हो पाता।
  3. कीमोथेरेपी के बाद इंफेक्शन, जो कैंसर रोगियों के लिए बेहद खतरनाक हो सकता है।
  4. डायबिटीज, किडनी और फेफड़ों की बीमारियों के इलाज में समस्याएं बढ़ सकती हैं।

सुपरबग्स से बचाव के उपाय

  1. नियमित रूप से हाथ धोएं और स्वच्छता का ध्यान रखें।
  2. खाने-पीने में साफ-सफाई बरतें।
  3. बिना डॉक्टरी सलाह के एंटीबायोटिक्स का सेवन न करें।
  4. बीमार व्यक्तियों से दूरी बनाए रखें और ज़रूरी टीकाकरण समय पर कराएं।
  5. सुरक्षित यौन संबंध बनाने के लिए कंडोम का सही इस्तेमाल करें।

क्या सुपरबग्स अगली महामारी होंगे?

विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) के अनुसार, बैक्टीरियल एंटीमाइक्रोबियल रेजिस्टेंस (AMR) की वजह से पहले ही लाखों लोगों की मौत हो चुकी है। अगर इन जर्म्स का प्रसार महामारी का रूप ले लेता है तो इसका असर कोरोनावायरस से भी अधिक घातक हो सकता है। ऐसे में वैज्ञानिक और स्वास्थ्य विशेषज्ञ इसे गंभीरता से लेने और उचित कदम उठाने की अपील कर रहे हैं।

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