दिल्ली के मुख्यमंत्री को आबकारी नीति मामले में सुप्रीम कोर्ट से मिली राहत, समर्थकों में खुशी का माहौल

नई दिल्ली:
दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल को शुक्रवार को आबकारी नीति से जुड़े मामले में बड़ी राहत मिली है। सुप्रीम कोर्ट ने उन्हें सशर्त जमानत दी है, जिसके बाद राउज एवेन्यू कोर्ट ने उनकी रिहाई का आदेश जारी किया। जानकारी के अनुसार, शाम पांच बजे तक केजरीवाल को तिहाड़ जेल से रिहा किया जा सकता है।
पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान पहुंचे दिल्ली
केजरीवाल की रिहाई की खबर मिलने के बाद उनके सहयोगी और पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान दिल्ली पहुंचे। वह अरविंद केजरीवाल का स्वागत करने और आम आदमी पार्टी के नेताओं और कार्यकर्ताओं से मिलने आए हैं। भगवंत मान के साथ कई आप नेता भी जेल के बाहर एकत्रित हो गए हैं, जहां बड़ी संख्या में पार्टी कार्यकर्ताओं की उपस्थिति देखी जा रही है।
केजरीवाल को मिली सशर्त जमानत
केजरीवाल को आबकारी नीति मामले में सीबीआई द्वारा जून में गिरफ्तार किया गया था। उस समय जांच एजेंसी ने अदालत को जानकारी दी थी कि वह जांच के निष्कर्ष के करीब पहुंच चुकी है और केजरीवाल से पूछताछ के लिए उनकी हिरासत आवश्यक थी। हालांकि, शुक्रवार को सुप्रीम कोर्ट ने उन्हें सशर्त जमानत प्रदान की, जिसमें यह शर्त शामिल है कि वह जांच में सहयोग करेंगे और बिना अनुमति के देश से बाहर नहीं जाएंगे।
रिहाई के आदेश जारी, समर्थक उत्साहित
राउज एवेन्यू कोर्ट द्वारा केजरीवाल का बेल बॉन्ड स्वीकार कर लिया गया, और 10 लाख रुपये की जमानत राशि जमा की गई। अदालत ने तुरंत रिहाई का आदेश भी जारी किया, जिसे तिहाड़ जेल तक पहुंचाने के लिए विशेष दूत भेजा गया। इस बीच, जेल के गेट पर सुरक्षा का कड़ा इंतजाम किया गया है और दिल्ली पुलिस भी स्थिति की निगरानी कर रही है।
सुनीता केजरीवाल और आप नेताओं की उपस्थिति
मुख्यमंत्री केजरीवाल की रिहाई से पहले उनकी पत्नी सुनीता केजरीवाल भी तिहाड़ जेल पहुंचीं। इसके अलावा, आप के कई वरिष्ठ नेता और पार्टी के कार्यकर्ता भी जेल के बाहर एकत्रित हो चुके हैं। सभी की नजरें अब शाम पांच बजे पर हैं, जब उम्मीद है कि केजरीवाल जेल से बाहर आ सकते हैं।
अरविंद केजरीवाल की रिहाई से उनके समर्थकों में खुशी की लहर दौड़ गई है। आप नेताओं और कार्यकर्ताओं ने जेल के बाहर इकट्ठा होकर अपनी एकजुटता दिखाई, जबकि पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान ने भी दिल्ली आकर अपने समर्थन का इज़हार किया।