केंद्र ने कहा काम पर लौटे डॉक्टर सुरक्षा के लिए अपील कर रहा है

कोलकाता में ट्रेनी डॉक्टर के रेप -मर्डर के विरोध मे देशभर में जारी प्रदर्शनों के आठवें दिन IMA ने भी 24 घंटे की डॉक्टरों के कई संगठनों की तरफ से जारी देशव्यापी हड़ताल का असर दिखने लगा है। केंद्र सरकार ने इस मामले में सक्रियता दिखाते हुए डॉक्टरों से जल्द से जल्द काम पर लौटने की अपील की है। 

अस्पतालों के आरडीए की तरफ से बताई गई चिंताओं के मद्देनजर स्वास्थ्य मंत्रालय उनकी सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए एक कमेटी का गठन कर रह ाहै। यह कमेटी स्वास्थ्यकर्मियों की सुरक्षा को लेकर सभी संभव कदमों का ब्योरा देगी। इस कमेटी को सुझाव देने के लिए अलग-अलग प्रतिनिधियों और राज्य सरकारों का भी स्वागत है। मंत्रालय प्रदर्शन कर रहे डॉक्टरों से अपील करता है कि वह जनहित के लिए डेंगू-मलेरिया के बढ़ते केसों के मद्देनजर काम पर लौटें। मृत महिला डॉक्टर के लिए न्याय और डॉक्टरों की सुरक्षा के लिए केंद्रीय कानून जैसी मांगों को लेकर प्रदर्शन करेंगे। आईएमए के 3.30 लाख से ज्यादा डॉक्टर सदस्य हैं।

डॉक्टर के दुष्कर्म-हत्या की घटना के विरोध में डॉक्टरों 

आरजी कर मेडिकल कॉलेज-अस्पताल में जूनियर डॉक्टर के साथ 8-9 अगस्त की दरमियानी रात दुष्कर्म किया गया और उसकी हत्या कर दी गई। मृतका मेडिकल कॉलेज में चेस्ट मेडिसिन विभाग की स्नातकोत्तर द्वितीय वर्ष की छात्रा और प्रशिक्षु डॉक्टर थीं। जूनियर डॉक्टर आठ अगस्त को अस्पताल में रात की ड्यूटी कर रही थीं। रात 12 बजे के बाद उन्होंने दोस्तों के साथ डिनर भी किया। इसके बाद से महिला डॉक्टर का कोई पता नहीं चला। 9 अगस्त की सुबह मेडिकल कॉलेज में चौथी मंजिल पर बने सेमिनार हॉल में डॉक्टर का अर्धनग्न अवस्था में शव मिला। शव के पास उसका मोबाइल और लैपटॉप बरामद किया गया। शव को पुलिस ने पोस्टमार्टम के लिए भेजा। पोस्टमार्टम रिपोर्ट में महिला डॉक्टर के साथ दुष्कर्म की पुष्टि हुई। इसके बाद पुलिस ने मामला दर्ज कर लिया। वहीं, हत्याकांड को लेकर पश्चिम बंगाल समेत पूरे देश में डॉक्टरों का विरोध प्रदर्शन शुरू हो गया।

देश के कई राज्‍यों में प्रभावित हुई स्‍वास्‍थ्‍य सेवाएं

सरकारी अस्पतालों में ओपीडी सेवाओं का बहिष्कार किया गया और वार्डों में भी व्यवस्थाएं प्रभावित हुईं. हालांकि आपातकालीन सेवाएं चालू रहीं. आईएमए जयपुर के एक प्रतिनिधि ने बताया कि आईएमए के राष्ट्रीय स्तर पर हड़ताल के बाद जयपुर समेत राजस्थान के सभी जिलों में चिकित्सकों ने आज कार्य बंद किया है. इलाज नहीं होने से कुछ मरीज इधर-उधर भटकते रहे है.

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