
गाँव से हजारों मील दूर अपने माता-पिता के सपनों को पूरा करने आए तीन यूपीएससी छात्रों की मौत उस शिक्षा के मंदिर में हो गई, जहां वे अपने भविष्य को बनाने के लिए आए थे। लेकिन सबसे बड़ा सवाल यह है कि क्या यह प्राकृतिक मृत्यु है या सिस्टम द्वारा प्रायोजित हत्या?
27 जुलाई की शाम 7:00 बजे, ओल्ड राजेंद्र नगर के राव आईएएस कोचिंग संस्थान के बेसमेंट में पानी भरने से तीन छात्रों की मौत हो गई। मृतकों में श्रेया यादव (अंबेडकर नगर, उत्तर प्रदेश), तानिया सोनी (तेलंगाना), और नवीन डालविन (केरल) शामिल हैं।
भारी बारिश और ड्रेनेज जाम होने के कारण राव आईएएस कोचिंग सेंटर के सामने वाली सड़कों पर 4 से 5 फुट पानी भर गया। शाम करीब 6:40 बजे, एक एसयूवी गाड़ी तेजी से कोचिंग के सामने से गुजरी, जिससे पानी का दबाव बढ़ गया और कोचिंग के शीशे के गेट को तोड़ते हुए पानी तेजी से बेसमेंट में स्थित लाइब्रेरी में प्रवेश कर गया। पानी के घुसते ही शॉर्ट सर्किट हो गया, जिसके कारण लाइब्रेरी का बायोमेट्रिक गेट काम करना बंद कर गया। 2-3 मिनट के भीतर बेसमेंट में 10-12 फुट पानी भर गया। चारों ओर अफरा-तफरी मच गई और लाइब्रेरी में पढ़ रहे 30 बच्चे अंदर फंस गए।
बाद में छात्रों को रस्सी के सहारे बाहर निकाला गया। कुछ घायल छात्रों को अस्पताल भेजा गया, लेकिन जब तीन छात्रों के गुम होने की सूचना मिली, तो प्रशासन ने गोताखोरों की मदद से देर रात बेसमेंट में तलाशी अभियान चलाया, जिसमें तीनों छात्रों के शव बरामद हुए।
छात्रों की मौत का जिम्मेदार कौन?
राज्य की आम आदमी पार्टी केंद्र को दोष दे रही है, जबकि भाजपा आम आदमी पार्टी और एमसीडी पर भ्रष्टाचार के आरोप लगाते हुए सीवेज की सफाई और बेसमेंट में गैरकानूनी रूप से चल रही लाइब्रेरी को लेकर हमलावर है। मामले के बढ़ते विवाद के बीच, दिल्ली की शिक्षा मंत्री ने जांच के आदेश दे दिए हैं। लेकिन सवाल यह है कि क्या इस जांच के बाद दोषियों पर कार्रवाई होगी, या यह भी अन्य मामलों की तरह ठंडे बस्ते में डाल दी जाएगी? दिल्ली में सीवर की सफाई, ड्रेनेज सिस्टम, और कमर्शियल बिल्डिंग के रखरखाव के मामले एमसीडी के अधीन आते हैं, और फिलहाल एमसीडी में आम आदमी पार्टी की सत्ता है।
पुलिस ने कोचिंग सेंटर के मालिक अभिषेक गुप्ता, कोऑर्डिनेटर देशपाल सिंह, और एसयूवी चालक मनुज कथूरिया समेत 7 लोगों को गिरफ्तार कर लिया है।
हाईकोर्ट ने दिल्ली पुलिस को फटकार लगाते हुए कहा है कि आप सड़क से गुजर रहे व्यक्ति को कैसे गिरफ्तार कर सकते हैं? आपको माफी मांगनी चाहिए। पुलिस का सम्मान तब होता है, जब आप अपराधी को गिरफ्तार करते हैं और निर्दोष को छोड़ देते हैं। अगर आप निर्दोष को गिरफ्तार करते हैं और दोषी को छोड़ देते हैं, तो यह दुख की बात है। अच्छा हुआ, आपने पानी का चालान नहीं काटा। इसके बाद दिल्ली पुलिस ने माफी मांगी।
कोचिंग संस्थानों के बेसमेंट में संचालन को लेकर क्या प्रावधान हैं?
डीडीए ने 4 साल पहले “मास्टर प्लान दिल्ली 2021” तैयार किया था, जिसके तहत इन्फ्रास्ट्रक्चर डेवलपमेंट, ट्रैफिक कंट्रोल, और सिविल कम्युनिटी को लेकर रोडमैप जारी किया गया था। दिल्ली में बढ़ती आबादी और सीमित जगह को देखते हुए कुछ बदलाव किए गए थे, जिनके बाद इमारत के बेसमेंट में कोचिंग सेंटर, कंप्यूटर ट्रेनिंग इंस्टिट्यूट, प्ले स्कूल, डांस क्लास इत्यादि चलाने की अनुमति दी गई थी। लेकिन इसके लिए संचालक को दिल्ली फायर सर्विस और अन्य संबंधित प्राधिकरणों से अनुमति लेना अनिवार्य होता है।
सबसे बड़ा सवाल यह है कि अग्निशमन प्राधिकरण की अनुमति के बगैर राव आईएएस कोचिंग सेंटर के बेसमेंट में लाइब्रेरी चलाई जा रही थी। अब तक मिली रिपोर्ट के अनुसार, घटना के बाद 30 ऐसे कोचिंग संस्थानों को सील किया जा चुका है, जो गैरकानूनी रूप से बेसमेंट का इस्तेमाल लाइब्रेरी और कक्षाओं के लिए कर रहे थे। दिल्ली की शिक्षा मंत्री आतिशी ने कोचिंग संस्थानों के लिए नए कानून लाने की बात कही है। इसके तहत कोचिंग संस्थानों में आवश्यक इन्फ्रास्ट्रक्चर, मनमानी फीस पर रोक, और भ्रामक विज्ञापनों पर नियंत्रण जैसे प्रावधान किए जाएंगे। आतिशी ने कमेटी गठन करने की बात कही है, जिसमें दिल्ली सरकार, एमसीडी अधिकारी, और कोचिंग संस्थानों के छात्रों को शामिल किया जाएगा। नए नियम बनाने के लिए छात्रों से सुझाव भी मांगे गए हैं, जिन्हें coaching.law.feedback@gmail.com पर भेजा जा सकता है।