उत्तर प्रदेश में योगी आदित्यनाथ ने कांवड़ को लेकर बड़ा एलान किया कांवड़ यात्रा को योगी सरकार द्वारा उठाए गए कदम के बाद यूपी की राजनीति गरमा गई है। योगी सरकार ने कांवड़ रूट पर पड़ने वाली दुकानों और ठेलों के लिए आदेश जारी किया है। इस आदेश में सभी दुकानों और ठेलों पर मालिकों के नाम लिखने के आदेश दिए है।
22 जुलाई से सावन का पावन महीना शुरू हो रहा है। इस मौके पर बड़ी संख्या में शिव भक्त कांवड़ यात्रा में शामिल होते हैं। लेकिन कांवड़ यात्रा से पहले यूपी की राजनीति गरमा गई है। वहीं कांवड़ मार्ग पर दुकानों के आगे नाम लिखे जाने के आदेश पर बीजेपी की सहयोगी राष्ट्रीय लोकदल ने आपत्ति जता दी है।

कहां से शुरू हुआ मामला?
सबसे बड़ी यात्रा कावड़ यात्रा शुरू हो चुकी है और कावड़ यात्रा के साथ ही प्रशासन भी व्यवस्थाओ में जुट गया है. पिछले वर्ष कावड़ यात्रा के समय मुजफ्फरनगर के बघरा में स्तिथ आश्रम के संचालक स्वामी यशवीर महाराज ने राष्ट्रीय राजमार्ग 58 पर स्थित होटल ढाबो के मुस्लिम समाज के लोगों द्वारा हिंदू देवी देवताओं के नाम पर आधारित नाम रखने का आरोप लगाते हुए कार्रवाई की मांग की थी.
एसएसपी ने क्या कहा?
कावड़ यात्रा शुरू हो चुकी है और हमारे जनपद में लगभग 240 किलोमीटर कावड़ मार्ग है, इसमें जितने भी खान-पान के होटल ढाबे या ठेले, जहां से भी कावड़िया अपनी खाद्य सामग्री खरीद सकते हैं उन्हें निर्देश दिए गए हैं कि काम करने वाले या संचालकों के नाम वहां जरूर अंकित करें.
यूपी में कांवड़ यात्रा पर किन चीजों पर रोक

उत्तर प्रदेश सरकार ने कांवड़ यात्रा के दौरान हथियारों के प्रदर्शन पर रोक लगाने के संबंध में बकायदा एक एडवाइजरी जारी की है. महीनेभर चलने वाली कांवड़ यात्रा के दौरान डीजे और धार्मिक गाने तय सीमा के भीतर बजाए जाएंगे. इस बारे में डीजीपी प्रशांत कुमार ने बताया कि यात्रा के मद्देनजर यातायात व्यवस्था में बदलाव किया गया है. भारी वाहनों के प्रवेश पर रोक रहेगी.
इस साल जब कांवड़ यात्रा की तैयारी होने लगी तो फिर यही मांग उठाई गई. 2024 कांवड़ यात्रा शुरू होने से पहले यशवीर जी महाराज ने मुद्दा उठाया कि जो दुकान दुकान कांवड़ मार्ग पर पड़ती है उनपर दुकानों के मालिक और उनपर काम करने वालों की लिस्ट लगाई जाए जिससे कि बाहर से आने वाले कांवड़ यात्रियों को यह मालूम हो कि वह किसकी दुकान पर बैठकर खाना-पीना कर रहे हैं.