पाकिस्तान के पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान की मुश्किलें बहुत बढ़ने वाली है।
पाकिस्तान सरकार जेल में बंद पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान की पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ पार्टी पर राज्य विरोधी गतिविधियों में संलिप्तता के आरोप में प्रतिबंध लगाएगी। सरकार ने सोमवार को यह जानकारी दी। ‘द न्यूज इंटरनेशनल’ की खबर के अनुसार, सूचना मंत्री अताउल्लाह तरार ने कहा कि संघीय सरकार ने पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ (पीटीआई) पर प्रतिबंध लगाने का फैसला किया है। इस संदर्भ में अब मामले को सुप्रीम कोर्ट के पास रेफर किया जाएगा।
PTI के खिलाफ क्या हैं सबूत

पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ और खान को गैर कानूनी शादी के मामले में राहत देने की पृष्ठभूमि में सरकार का यह निर्णय आया है। उन्होंने कहा कि विदेशी फंडिंग मामला, 9 मई को दंगे, सिफर प्रकरण और अमेरिका में पारित प्रस्ताव को देखते हुए हमारी सरकार मानना है कि पीटीआई पर प्रतिबंध लगाने के लिए लिए ये बहुत विश्वसनीय सबूत हैं। और जो इमरान खान के ख़िलाफ़ है और पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ पार्टी पर पीटीआई विरोधी में है |
‘आतंकवादी जैसी हरकतें’ है
पाकिस्तान की एक आतंकवाद रोधी अदालत ने बड़ी टिप्पणी की थी। अदालत ने कहा था कि 9 मई की हिंसा से जुड़े मामले में जेल में बंद पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान की हरकतें एक ‘‘आतंकवादी’’ के समान थीं। अदालत ने यह भी कहा था कि उन्होंने अपनी रिहाई के लिए दबाव बनाने के वास्ते पार्टी नेताओं को सैन्य प्रतिष्ठानों, सरकारी संपत्तियों और पुलिस अधिकारियों पर हमला करने का काम सौंपा।