रूस के बाद ईरान में हुआ बड़ा आतंकी हमला


ईरान में 2 अप्रैल, 2024 को देर रात हुए आतंकी हमले में 27 लोग मारे गए। मरने वालों में 16 आम नागरिक और 11 सुरक्षाकर्मी मौजूद थे जिनमें 2 पुलिस ऑफिसर, 2 बार्डर सुरक्षा गार्ड और 7 सैनिक के जवान शामिल थे। हमला ईरान के चाबहार और रस्क शहर में हुआ, ये दोनों शहर की सिमाएं पाकिस्तान और अफगानिस्तान से लगी हुई है। इन सिमाओं के नजदीक लंबे समय से ईरान के सिक्युरिटी फोर्सेज़ और आतंकी संगठन जैश-अल-अदल के बीच संघर्ष चलते आया है। इस हमले की भी जिम्मेदारी इसी संगठन ने ली है। ईरान के आधिकारिक बयान के मुताबिक आतंकी रस्क में स्थित इस्लामिक रिवोल्यूशनरी गार्ड्स के हेडक्वार्टर पर कब्जा करना चाहते थे लेकिन ईरानी सुरक्षा जवानों ने उनके मंसूबो को विफल कर दिया। बयान में यह भी बताया गया कि इस्लामिक रिवोल्यूशनरी गार्ड्स ने 16 आतंकीयों को मार गिराया।


जैश-अल-अदल संगठन ईरान पर क्यों हमला करता है?

दरअसल ईरान सिया मुल्क देश है वहीं पाकिस्तान की 80% आबादी सुन्नी मुस्लिम की है। सुन्नी में कई आंतकी ग्रुप ऐसे है जो हमेशा ईरान को टारगेट है, इसी में पाकिस्तान के बलुचिस्तान का एक ग्रुप जिसका नाम है जैश-अल-अदल, इसकी स्थापना 2012 में हुई थी, इसमें ज्यादातर आतंकी पाकिस्तान के बलूचिस्तान से ताल्लुक रखते हैं। इस संगठन का मानना है कि ईरान सुन्नी बलूच लोगों को उनके अधिकार नहीं देता है इसलिए वो ईरान को सबक सिखाना चाहते हैं। कई बार यहाँ झड़प होने का एक और मुख्य कारण है अफगानिस्तान से नशीली पदार्थों का गैर कानूनी तरीके से ईरान के रास्ते दूसरे देशों में सप्लाई करना।

दरअसल ईरान सिया मुल्क देश है वहीं पाकिस्तान की 80% आबादी सुन्नी मुस्लिम की है। सुन्नी में कई आंतकी ग्रुप ऐसे है जो हमेशा ईरान को टारगेट है, इसी में पाकिस्तान के बलुचिस्तान का एक ग्रुप जिसका नाम है जैश-अल-अदल, इसकी स्थापना 2012 में हुई थी, इसमें ज्यादातर आतंकी पाकिस्तान के बलूचिस्तान से ताल्लुक रखते हैं। इस संगठन का मानना है कि ईरान सुन्नी बलूच लोगों को उनके अधिकार नहीं देता है इसलिए वो ईरान को सबक सिखाना चाहते हैं। कई बार यहाँ झड़प होने का एक और मुख्य कारण है अफगानिस्तान से नशीली पदार्थों का गैर कानूनी तरीके से ईरान के रास्ते दूसरे देशों में सप्लाई करना।


आतंकी संगठन जैश-अल-अदल और ईरान के बीच कब – कब हुई भिड़ंत?

16 जनवरी, 2024 को ईरान ने पाकिस्तान में जैश-अल-अदल के दो ठिकानों पर मिसाईल से हमला किया था जिसमें ईरान के तरफ से कई आतंकी के मारे जाने का दावा भी किया गया। पाकिस्तान मिडिया के मुताबिक हमले में 2 बच्चे की भी जान चली गई थी। इसके जबाब में पाकिस्तान ने भी बलुच लिबरेशन आर्मी पर मिसाईल अटैक किए। 2 फरवरी 2021 को ईरान ने पाकिस्तान के में घुसकर सर्जिकल स्ट्राईक किया बाताया जाता है कि आतंकी संगठन जैश-अल-अदल ने 2 ईरानी फोर्सेज़ को अगवा कर लिया था उसी को छुड़ाने के लिए कमांडोज ने आपरेशन को अंजाम दिया। इसके पहले फरवरी 2019 में इसी आतंकी संगठन ने ईरानी सैनिक के बसो पर हमला कर दिया था जिसमें कई सैनिक मारे गए थे। अक्टूबर 2018 में जैश-अल-अदल आतंकी संगठन द्वारा 13 इरानी सैनिकों को सिस्तान-बलूचिस्तान बार्डर से अगवा कर लिया गया था लेकिन ईरानी फोर्सेज़ ने एक महीनें बाद ही एक खास आपरेशन के जरिये सारे जवानों को वापस लाने में कामयाब रहा।

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